कर्नाटक चुनाव- मोदी ने दिया जीत का मंत्र
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चुनाव के दौरान विकास के मुद्दे को प्राथमिकता देने का आग्रह करते हुए कहा है कि केंद्र सरकार ‘सबका साथ सबका विकास’ मंत्र के साथ कर्नाटक के समग्र विकास में योगदान दे रही है। उन्होंने नरेन्द्र मोदी एप के माध्यम से कर्नाटक के भारतीय जनता पार्टी के नेताओं, कार्यकर्ताओं और विधानसभा चुनाव के उम्मीदवारों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने भाजपा कार्यकर्ताओं से केंद्र की तरफ से चलाई जा रही विकास योजनाओं का प्रचार कर राज्य के लोगों का दिल जीतने की अपील की। पीएम मोदी ने कहा कि कर्नाटक के विकास के लिए भाजपा का तीन सूत्रीय एजेंडा है-डेवलपमेंट, फास्ट पेस डेवलपमेंट और ऑल राउंड डेवलपमेंट यानी विकास, विकास और सिर्फ विकास। भाजपा ने हमेशा पॉलिटिक्स ऑफ डेवलपमेंट को प्राथमिकता दी है और यही कारण है कि विकास की बात करना आज हर राजनीतिक दल और सरकार की मजबूरी हो गई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कर्नाटक में भाजपा की सरकार बनने पर गांवों और शहरों का चौतरफा विकास किया जाएगा। खेती-किसानी के मुद्दे पर बोलते हुए श्री मोदी ने केंद्र सरकार द्वारा 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में किए जा रहे कार्यों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, एमएसपी में बढ़ोतरी, ई-मंडी, सॉयल हेल्थ कार्ड, सोलर पंप, यूरिया की नीम कोटिंग, शहद उत्पादन, पशुपालन, बांस की खेती जैसे कई क्षेत्र हैं, जिनका फायदा किसानों को मिल रहा है और राज्य में भाजपा की सरकार बनने पर किसानों को इनका भरपूर फायदा दिलाया जाएगा। श्री मोदी ने उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी द्वारा एमएसपी पर 10 गुना अधिक धान खरीदने का उदाहरण दिया और कहा कि कर्नाटक में भाजपा की सरकार बनने पर इसी तरह की क्षमता विकसित की जाएगी। उन्होंने कर्नाटक में चंदन की लकड़ी का उत्पादन बढ़ाने के लिए भी योजना बनाने की बात कही, ताकि चंदन की लकड़ी के उत्पादन में कर्नाटक दुनिया में अग्रिम पंक्ति में खड़ा हो सके। प्रधानमंत्री ने कर्नाटक में फूड प्रोसेसिंग की संभावनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा की सरकार बनने पर इसे बल दिया जाएगा। कर्नाटक के समुद्र तट का उपयोग कर नीली क्रांति को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
बैंगलुरू समेत कर्नाटक के दूसरे शहरों के विकास के विषय पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि शहरों में अगले 20-30 वर्षों के आगे के बारे में सोच कर विकास की योजनाएं बनाने की जरूरत है। बैंगलुरू सिर्फ कर्नाटक ही नहीं बल्कि विश्व में भारत का प्रतिनिधित्व करता है। कर्नाटक में भाजपा की सरकार आने पर स्वच्छता, शिक्षा, ड्रेनेज, स्वास्थ्य, नई सड़कें, ओवर ब्रिज, मेट्रो बनाने का काम किया जाएगा। केंद्र सरकार ने इसी विकास के मॉडल के लिए स्मार्ट सिटी की परिकल्पना साकार की है।
संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने विस्तार से केंद्र सरकार द्वारा कर्नाटक में किए जा रहे विकास कार्यों का उल्लेख किया और यूपीए सरकार के दौरान अंतिम चार वर्षों में किए गए विकास के कार्यों से तुलना भी की। उन्होंने बताया कि केंद्र की एनडीए सरकार द्वारा कर्नाटक राज्य में 13 बड़ी सड़क परियोजनाएं चल रही हैं, जो आने वाली शताब्दी तक कर्नाटक का भाग्य बदलने में बड़ी भूमिका अदा करेंगी। यूपीए सरकार ने अपने कार्यकाल के अंतिम चार वर्षों में सड़कों के निर्माण में 8,700 करोड़ रुपये खर्च किए थे, जबकि केंद्र की एनडीए सरकार चार वर्षों में 27,000 करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है। इसी प्रकार यूपीए के अंतिम चार वर्षों में कर्नाटक में लगभग 950 किलोमीटर नेशनल हाईवे का निर्माण हुआ था, वहीं एनडीए के 4 साल में 1,750 किलोमीटर नेशनल हाईवे का निर्माण हुआ है। राज्य में अर्बन इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास में यूपीए ने अंतिम 4 वर्षों में 380 करोड़ रुपये खर्च किए थे, वहीं केंद्र की एनडीए सरकार ने चार गुने से भी अधिक 1,600 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
देशभर में Renewable energy के क्षेत्र में केंद्र सरकार की तरफ से किए जा रहे कार्यों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि यूपीए सरकार ने अपने अंतिम चार वर्षों में कर्नाटक में रिन्युबल एनर्जी के क्षेत्र में 2,000 मेगावाट की वृद्धि की थी, वहीं एनडीए सरकार ने 7,800 मेगावाट की बढ़ोतरी की है। सोलर एनर्जी के उत्पादन में यूपीए सरकार ने 31 मेगावाट की वृद्धि की थी, वहीं एनडीए सरकार ने 4,800 मेगावाट सोलर एनर्जी का उत्पादन किया है। श्री मोदी ने बताया कि यूपीए सरकार के अंतिम 4 वर्षों में 350 करोड़ रुपये खर्च कर 20 लाख शौचालय बनाए थे, जबकि एनडीए सरकार ने 4 सालों में 2,100 करोड़ रुपये खर्च कर 34 लाख शौचालयों का निर्माण कराया है। यूपीए ने अंतिम 4 वर्षों में कर्नाटक में 30 लाख गैस कनेक्शन दिए, वहीं एनडीए सरकार ने 50 लाख मुफ्त गैस कनेक्शन दिए हैं, जिनमें से 9 लाख गैस कनेक्शन गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले परिवारों को दिए गए हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने बच्चों की पढ़ाई, युवाओं की कमाई और बुजुर्गों को दवाई की सोच के साथ योजनाएं बनाई हैं। सरकार स्टार्ट अप इंडिया, मुद्रा जैसी योजनाओं से युवाओं को फायदा देना चाहती है। रोजगार, किसानों की भलाई, महिलाओं की भागीदारी और नौजवानों के सपने पूरा करने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है।
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