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रांची- राज्यसभा चुनाव में भाजपा को सरयू राय का साथ मिलना तय हो गया है। गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे ने अपने ट्वीट में इस बात का दावा किया है। निशिकांत दुबे के ट्वीट को पर टिप्पणी करते हुए सरयू राय ने भी कहा है, अब मैं कंफ्यूज्ड नहीं हूं। राय के इस ट्वीट को कांग्रेस पर तंज के रूप में देखा जा रहा है। एक निजी टीवी चैनल से भी बातचीत में सरयू राय ने इसे और स्पष्ट किया है और भाजपा प्रत्याशी दीपक प्रकाश व निशिकांत दुबे को अपना पुराना हितैषी बताया है।
.@nishikant_dubey का ट्विट महत्व की बात है. मैं कन्फ्युज्ड नहीं हूँ. उलझन को घनीभूत होने देते रहने से इसपर पार पा लेना बेहतर होता है.
— Saryu Roy (@roysaryu) June 13, 2020
राय पहले से ही कांग्रेस के प्रत्याशी खड़ा करने के खिलाफ रहे हैं। निशिकांत दुबे ने अपने ट्वीट में सरयू राय से अपनी नजदीकी का हवाला देते हुए कहा कि सरयू राय मेरे परिवार के सदस्य हैं। उन्होंने हमेशा मूल्यों, सिद्धांतों व ईमानदारी की राजनीति की है। मैने उनको राज्य सभा के 19 जून के चुनाव के लिए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, जो राय जी के भी पुराने मित्र हैं, को समर्थन देने का आग्रह किया है। अपने दूसरे ट्वीट में निशिकांत दुबे ने इसे और स्पष्ट करते हुए कहा, इस आग्रह को उन्होंने स्वीकार कर लिया।
श्री सरयू राय जी मेरे परिवार के सदस्य हैं,उन्होंने हमेशा मूल्यों,सिद्धांतों व ईमानदारी की राजनीति की है। मैंने उनको राज्य सभा के १९ जून के चुनाव के लिए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश जी ,जो राय जी के भी पुराने मित्र हैं को समर्थन देने का आग्रह किया @narendramodi @AmitShah pic.twitter.com/3U9Nq7K41K
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) June 13, 2020
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सरयू राय की भाजपा में हो सकती है वापसी
सूत्रों के मुताबिक सरयू की अपने पुराने घर भाजपा में वापसी हो सकती है। आपको बता दें कि झारखण्ड में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवरदास के कहने पर सरयू राय को टिकट नहीं दिया था। उन्होंने पार्टी के नेताओं से आग्रह भी किया था कि अगर पार्टी उन्हें चुनाव नहीं लड़ाना चाहती है तो उन्हें बता दिया जाए । वो खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस करके चुनाव नहीं लड़ने की बात मीडिया के सामने कहेंगे। लेकिन पार्टी की तरफ से कोई जवाब नहीं मिलता देख उन्होंने जमशेदपुर ईस्ट से तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवरदास के खिलाफ चुनाव लड़ने का एलान कर दिया और पांच बार जमशेदपुर ईस्ट से चुनाव जीतने वाले रघुवर दास को पटखनी दे दी ।
ईमानदार छवि के नेता है सरयू राय
सरयू राय की गिनती झारखण्ड के ईमानदार नेताओं में की जाती है। उन्होंने झारखण्ड में चल रहे कई घोटालों का खुलासा किया है। उन्होंने भाजपा से अलग होने के बाद भारतीय जन मोर्चा नाम से एक संगठन भी खड़ा किया है । जिससे झारखण्ड में हजारों लोग भी जुड़े हुए हैं।
भाजपा के झारखण्ड में 26 विधायक
झारखंड में 19 जून को राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान होना है। झारखंड के 81 विधानसभा सीटों में से फिलहाल दो सीटें खाली हैं और वर्तमान में 79 विधायक हैं। धनबाद की बेरमो सीट कांग्रेस विधायक राजेंद्र सिंह के निधन से खाली हुई है जबकि दो सीट से चुनाव जीतने वाले हेमंत सोरेन ने दुमका की सीट को छोड़ कर दिया है। ऐसे में बीजेपी को जीत के लिए 27 प्रथम वरीयता के मत की जरूरत थी। बीजेपी के 26 विधायक हैं और आजसू से मिले अनौपचारिक समर्थन से यह आंकड़ा 28 पर जा पहुंचता है। अब सरयू ने भी समर्थन की बात कह दी है तो बीजेपी के पास कुल 29 वोट हो गए हैं।
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