बिहार में आंधी-तूफान-बिजली कड़कने से 83 की मौत,,लोगों को सुरक्षित जगह पर ले जाने का निर्देश
सबसे ज्यादा मौतें पूर्वी और उत्तरी बिहार में,,खतरे की कगार में है ये जिलें
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पटना- बिहार में आज वज्रपात से 83 लोगों की मौत हो गई है, वहीं काफी लोगों के झुलस जाने की खबर है। इनमें से केवल पूर्वी बिहार में 22 तथा उत्तर बिहार में 23 लोगों की मौत हुई है। बाकी मौतें दक्षिण और पश्चिम जिलों में हुई है। मौत का यह आंकड़ा देर रात तक बढ़ने की अशंका है। आपको बता दें कि उत्तर बिहार सहित कई जिलों में आज काफी तेज बारिश के साथ आंधी-तूफान भी आया है। मौसम विभाग ने पुर्वानुमान किया है कि आज और कल भारी बारिश होगी। इसके साथ ही विभाग द्वारा भारी बारिश का अलर्ट भी जारी किया है। मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट के अनुसार गुरुवार को अररिया और किशनगंज जिले को रेड जोन में रखा है। पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सीवान सारण, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, शिवहर, समस्तीपुर, सुपौल, पूर्णिया, सहरसा और मधेपुरा को ऑरेंज जोन में रखा गया है।
सबसे ज्यादा मौतें पूर्वी और उत्तरी बिहार में
पूर्वी बिहार, कोसी और सीमांचल क्षेत्र में गुरुवार दोपहर को तेज बारिश के दौरान बिजली गिरने से 22 लोगों की मौत हो गई। भागलपुर में पांच, बांका में चार, जमुई में एक, खगडिय़ा में एक, किशनगंज में एक, अररिया में एक, पूर्णिया में पांच, सुपौल में दो, सहरसा में एक और मधेपुरा में एक व्यक्ति की मौत वज्रपात से हुई है। इसी तरह, उत्तर बिहार में गुरुवार को बारिश ने कहर बरपाया। जानमाल और फसलों को भारी नुकसान हुआ। ठनका गिरने से 23 लोगों की मौत हो गई, जबकि आठ लोग झुलस गए। मृतकों में पश्चिम चंपारण के दो, पूर्वी चंपारण के छह, मधुबनी के आठ, समस्तीपुर, सीतामढ़ी और दरभंगा के दो -दो और शिवहर के एक हैं। वहीं, झुलसे लोगों में पश्चिम चंपारण के एक, पूर्वी चंपारण के छह और सीतामढ़ी के एक हैं। पश्चिम चंपारण और सीतामढ़ी जिले में रेड अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा गोपालगंज में 13, सीवान में पांच लोगों की भी मौत की खबर है।
लोगों को सुरक्षित जगह पर ले जाने का निर्देश
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दैनिक जागरण खबर के मुताबिक पश्चिम चंपारण में नदियों के आसपास बसे लोगों को सुरक्षित स्थलों पर जाने का निर्देश दिया गया है। बारिश का पानी पश्चिम चंपारण के बगहा शहरी पीएचसी के ओपीडी कक्ष समेत अन्य कमरों में पानी भर गया। योगापïट्टी दियारे की सड़कों पर बारिश का पानी भरने से आवागमन बाधित हो गया है। छोटा चौमुखा से मंगलपुर जाने वाली सड़क पर बारिश का पानी बह रहा है। नवलपुर थाना परिसर और बेतिया गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज परिसर में बारिश का पानी भर गया है। समस्तीपुर में तेज हवा से कई कच्चे घर क्षतिग्रस्त हो गए। दरभंगा शहर के कई इलाके झील में तब्दील हो गए। जानकारी के अनुसार, बगहा में 110, तो समस्तीपुर में 61 एमएम हुई बारिश।
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अगले 24 घंटों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों में दक्षिण बिहार से गुजर रही टर्फ ऑफ लाइन उत्तर बिहार की ओर शिफ्ट होगी। इसके साथ ही अरब सागर और बंगाल की खाड़ी क्षेत्र से आ रही नमी युक्त हवाओं का उत्तर बिहार में मिलन होगा। इस वजह से भारी बारिश की ऐसी स्थिति बनी है। वहीं पटना में जहां अगले दो दिनों में मौसम में बदलाव दिखेगा, वहीं पारे में उतार-चढ़ाव भी होता रहेगा।
खतरे की कगार में है ये जिलें
शुक्रवार को राज्य के लगभग 10 जिले रेड जोन में है। इनमें पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, सहरसा और मधेपुरा में भारी से भारी बारिश की स्थिति बन रही है। शुक्रवार को 10 जिलों में रेड अलर्ट के अलावा सिवान, सारण, मुजफ्फरपुर दरभंगा, वैशाली, शिवहर समस्तीपुर, कटिहार, भागलपुर, बांका, मुंगेर, खगड़िया और जमुई के लिए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है। यानी इलाकों में गरज-धड़क के साथ कुछ जगहों पर भारी बारिश हो सकती है। इन इलाकों में वज्रपात के भी आसार हैं। मौसम विज्ञान विभाग की ओर से अगले 48 घंटों में मौसम की अनुमानित स्थिति से राज्य सरकार को अवगत करा दिया गया है।
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