हरियाणा का छोरा बना आईएएस का टॉपर , जानिए प्रदीप सिंह के बारे में
- Advertisement -
नई दिल्ली- सिविल सेवा परीक्षा का रिजल्ट घोषित कर दिया गया है। हरियाणा के पानीपत के रहने वाले और प्रदीप सिंह मलिक ने आईएएस की परीक्षा में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया है। प्रदीप सिंह मलिक ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है। जबकि जतिन किशोर ने दूसरा व प्रतिभा वर्मा तीसरा स्थान हासिल किया है। प्रदीप सिंह के हमनाम एक और प्रदीप सिंह यूपीएससी पास करने वालों की सूची में हैं। उन्होंने खुद अपनी रैंक ट्वीट कर बताई है। उन्होंने 26वीं रैक हासिल की है और वो फिलहाल आईआरएस में असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर तैनात है।
कौन हैं टॉपर प्रदीप सिंह
प्रदीप सिंह मलिक पानीपत के रहने वाले हैं। वो मूल रूप से पानीपत के तेवड़ी गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया हैं। जैसे ही पानीपत के लोगों को इस बात की खबर लगी कि देश की सर्वोच्च परीक्षा में उनके क्षेत्र में होनहार ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। प्रदीप सिंह के घर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।सोनीपत जिले के प्रदीप मलिक किसान परिवार से हैं, उनके पिता खेती करते हैं। उन्होंने 2018 में आईआरएस क्लियर किया था और कस्टम एंड एक्साइज डिपार्टमेंट में नौकरी कर रहे है। उनका कहना है कि हालत ऐसे थे कि नौकर के साथ-साथ कभी लंच टाइम तो कभी जल्दी काम निपटा कर पढ़ाई करता था। प्योरली टाइम मैनेजमेंट था, जो जैसे-तैसे किया क्योंकि ये चौथा अटेंप्ट था। एक बार तो यूपीएससी क्लियर करने के बारे में ख्याल ही छोड़ दिया था लेकिन पिता ने मोटिवेट किया तो आज ये मुकाम हासिल किया। प्रदीप ने टाइम मैनेजमेंट को ही सबसे बड़ा सक्सेस मंत्र बताया, जिसकी बदौलत ये सफलता हासिल की।
- Advertisement -
26 वीं रैंक पर भी प्रदीप सिंह काबिज
एक दूसरे प्रदीप सिंह ने 26 वीं रैंक हासिल की है मूल रूप से बिहार के गया के रहने वाले प्रदीप सिंह ने यूपीएससी की परीक्षा में 26वीं रैंक हासिल की है। फिलहाल वो वर्तमान में आईआरएस में असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर तैनात है।सिविल सेवा परीक्षा 2019 में टॉपर प्रदीप सिंह के अलावा 26वीं रैंक हासिल करने वाले दूसरे अभ्यर्थी प्रदीप सिंह, जो मूलरूप से बिहार के गोपालगंज के रहने वाले हैं। वर्तमान इनका परिवार मध्य प्रदेश के इंदौर में रहता है। प्रदीप जब पांच साल के थे तब उनका परिवार गोपालगंज से इंदौर आकर रहने लगा था।प्रदीप सिंह के परिवार की आर्थिक स्थिति नहीं है। पिता मनोज पेट्रोल पम्प पर काम किया करते थे। मां हाउस वाइफ है। जबकि प्रदीप के भाई निजी कम्पनी में काम करते हैं। प्रदीप बताते हैं कि उनके दादा ने अंतिम इच्छा जताई थी कि उसका पोता सिविल सर्विसेज में जाकर देशसेवा करें।
- Advertisement -
महिला वर्ग में प्रतिभा वर्मा ने मारी बाजी
वहीं, महिला वर्ग में प्रतिभा वर्मा ने बाजी मारी है। इस बार कुल 829 उम्मीदवारों का चयन हुआ है। चुने गए उम्मीदवारों में 304 उम्मीदवार जनरल कैटेगरी, 78 उम्मीदवार ईडब्ल्यूएस, 251 उम्मीदवार ओबीसी, 129 एससी और 67 उम्मीदवार एसटी कैटेगरी के शामिल हैं।
- Advertisement -