कृषि विधेयकों के विरोध में केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने दिया कैबिनेट से इस्तीफा
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नई दिल्ली -संसद में प्रस्तावित कृषि विधेयकों पर मोदी सरकार को बड़ा झटका लगा है। कृषि बिल पर एनडीए में फूट पड़ गई है। कृषि विधेयकों के विरोध में केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने पीएम मोदी कैबिनेट (PM Modi Cabinet) से इस्तीफा दे दिया है। कौर ने किसानों से जुड़े अध्यादेशों और कानून के विरोध में ये इस्तीफा दिया है. शिरोमणि अकाली दल ने इन विधेयकों को किसान विरोधी करार दिया है।
इससे पूर्व 2019 में हुए आम चुनाव में अकाली दल के प्रमुख सुखबीर बादल ने बिल के विरोध में चेतावनी देते हुए ऐलान किया था कि केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल कृषि संबंधी विधेयकों के विरोध में सरकार से इस्तीफा देंगी। बता दें कि केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल मोदी सरकार में अकाली दल की एकमात्र प्रतिनिधि थीं।
हरसिमरत कौर बादल ने अपने इस्तीफे की खबर ट्वीटर के जरिए दी है। उन्होंने ट्वीट में लिखा है कि मैंने किसान विरोधी अध्यादेशों और कानून के विरोध में केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है। किसानों के साथ उनकी बेटी और बहन के रूप में खड़े होने का गर्व।
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I have resigned from Union Cabinet in protest against anti-farmer ordinances and legislation. Proud to stand with farmers as their daughter & sister.
— Harsimrat Kaur Badal (@HarsimratBadal_) September 17, 2020
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आपको बता दें कि अकाली दल, भाजपा की सबसे पुरानी सहयोगी पार्टी है। चर्चा के दौरान कांग्रेस के रवनीत सिंह बिट्टू ने शिरोमणि अकाली दल पर चुटकी लेते हुए यह सबूत देने की मांग की कि हरसिमरत कौर बादल ने इन विधेयकों का विरोध किया था। उन्होंने कहा कि अगर वह विधेयक के विरोध में इस्तीफा नहीं देती हैं तो बादल परिवार के लिये पंजाब में वापसी कठिन हो जायेगी।
लोकसभा सदन में बोलते हुए आज सुखबीर सिंह बादल ने साफ कहा कि शिरोमणि अकाली दल इस बिल का सख्त विरोध करता है। हर बिल, जो देश के लिए हैं, देश के कुछ हिस्से उसे पसंद करते हैं, कुछ हिस्सों में उसका स्वागत नहीं होता है, किसानों को लेकर आए इन तीन बिलों से पंजाब के 20 लाख हमारे किसान प्रभावित होने जा रहे हैं। 30 हजार आढ़तिए, 3 लाख मंडी मजदूर, 20 लाख खेत मजदूर इससे प्रभावित होने जा रहे हैं।
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