बिहार चुनाव- लाल-TEN से नीतीश की नीतियों पर वार करेंगे तेजस्वी
- Advertisement -
पटना- बिहार में नीतीश कुमार के पंद्रह साल के शासन की चूलें हिलाने में आरजेडी कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है। नीतीश कुमार नीत एनडीए को टक्कर देने के लिए आरजेडी ने एक लाल-TEN प्रोग्राम तय किया है। लाल-TEN प्रोग्राम को धार देने के लिए आरजेडी ने आईटी टीम का गठन किया है। आरजेडी की आईटी टीम तीन जगहों से लोगों तक पहुंच बनाएगी। एक टीम दिल्ली तो दो टीम पटना में बैठकर आरजेडी की कैम्पेन को धार देंगी।
क्या है लाल-TEN
तेजस्वी यादव ने राज्य में कृषि, उद्योग, स्वास्थ्य, शिक्षा, कंस्ट्रक्शन, तकनीकीकरण, इंफ़्रास्ट्रक्चर, विद्युतीकरण, कानून और खेल के ऐसे 10 क्षेत्र चुने हैं, जिनमें उनके अनुसार नीतीश सरकार ने अपने 15 साल के कल में फेल हो गई है। तेजस्वी इस क्षेत्रों में विकास का वादा कर रहे हैं। ये तेजस्वी के सत्ता में आने के बाद किए जाने वाले उनके कार्यों का रोडमैप भी है। आइटी सेल इसे जनता के बीच पहुंचाने की कोशिश में लगी है। आगामी चुनाव बताएंगे की तेजस्वी यादव की लाल-TEN की रणनीति कितनी सफल रही।
कितनी आईटी टीम पहुंचाएंगी लाल-TEN को जनता तक
आरजेडी की आइटी टीम अभी तीन जगहों से काम कर रही है। पहली टीम का काम राबड़ी देवी के आवास से चलता है। इसकी पूरी जवाबदेही संजय यादव के पास है। जबकि, दूसरी टीम आरजेडी के प्रदेश कार्यालय में है। इसकी कमान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह खुद संभालते हैं। तीसरी टीम दिल्ली में है, जिसकी निगरानी मनोज झा करते हैं। इसके अलावा आरजेडी के बड़े नेताओं के ट्वीटर अकाउंट से भी लगातार ट्वीट करके लोगों को इंगेज रखा जा रहा है। इसके अलावा जिला स्तर पर व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाए जा रहे हैं।आरजेडी की आइटी टीम पार्टी के डिजिटल प्रचार के साथ विरोधियों पर हमले की भी जिम्मेदारी बखूबी निभा रही है। इसका मकसद पार्टी को विधानसभा चुनाव में कामयाबी दिलाना है। चुनावी लड़ाई के केंद्र मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं, इसलिए एनकी सरकार की नाकामियों पर फोकस मुख्य एजेंडा है। आरजेडी की आईटी टीम फिलहाल बेरोजगारी के मुद्दे पर फोकस कर रहे हैं।
- Advertisement -
तेजस्वी की लाल-TEN पर जेडीयू का हमला
- Advertisement -
तेजस्वी के लाल-TEN पर जेडीयू भी वार करने से नहीं चूक रही है। जेडीयू के प्रवक्ता निखिल मंडल ने कहते हैं कि जनता को पता है कि बिहार में आरजेडी के शासन वाले 15 सालों के काल में इन लोगों ने क्या किया था। आज ये फिर झूठे वादे कर जनता को गुमराह कर रहे हैं। निखिल मंडल कहते हैं कि आरजेडी के लिए कृषि का मतलब कृषि योग्य जमीन लिखवाना है तो उद्योग का मतलब अपहरण उद्योग है। स्वास्थ्य को तो तेज प्रताप यादव ने बिगाड़ा है। शिक्षा का मतलब नौवीं फेल, तो कंस्ट्रक्शन में बिहार का सबसे बड़ा मॉल बनेगा। तकनीकीकरण का मतलब ट्विटर बॉय बनना है। इंफ्रास्ट्रक्टचर के तहत मॉल, माल व जमीन-जायदाद हथियाएंगे तो विद्युतीकरण का मतलब 2020 में लालटेन जलाना होगा। कानून ठेंगे पर रहेगा तथा जंगलराज का खेल चलेगा। उन्होंने आगे कहा है कि बेहतर बनाएंगे तो केवल अपने परिवार को।
बिहार चुनाव से जुड़े हर बड़ी अपडेट के लिए Thejantarmantar.com को सब्सक्राइब करें
लेटेस्ट खबर पाने के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक और ट्वीटर अकाउंट को क्लिक करके फॉलो करें।
यह भी पढ़ें-
तेजस्वी होंगे महागठबंधन से सीएम फेस? , क्या दे पाएंगे नीतीश कुमार को टक्कर
- Advertisement -