तेजस्वी के साथ साये की तरह रहने वाले राहुल यादव , जानिए कौन हैं?
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पटना- बिहार विधानसभा चुनाव का परिणाम चाहे जो हो मगर आरजेडी का परफॉरमेंस में कोई कमी नही देखी गई। हां ये अलग बात है कि आरजेडी के साथ कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा न होने की वजह से महागठबंधन की सरकार नही बन पाई और तेजस्वी मुख्यमंत्री बनने से चुक गए। लेकिन इन सबसे इतर आरजेडी के परफॉरमेंस और रणनीति की चर्चा सुर्खियों में है, औऱ राजद के इस रणनीति का श्रेय तेजस्वी के साथ -साथ और भी ऐसे धुरंधरों को जाता है, जिन्हें आपको जरूर जानना चाहिए।
महागठबंधन के सीएम उम्मीदवार तेजस्वी यादव के साथ एक बेहद खास चेहरा जो तेजस्वी के साथ हेलीकॉप्टर में लगातार साये की तरह से घूम रहा था उसका नाम है राहुल यादव।
राहुल यादव उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के रहने वाले हैं। उन्होंने स्विटजरलैंड से अपनी उच्च शिक्षा हासिल की है।वह लालू यादव के दामाद हैं। लेकिन तेजस्वी को सीएम बनाने के लिए वह लगातार उनके साथ घूम रहे थे। पार्टी नेताओं को छोड़ राहुल यादव की बिहार की जनता ज्यादा नहीं जानती थी। साथ ही वह परिवार के सदस्यों को साथ लेकर चलते हैं।
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के रहने वाले हैं राहुल यादव
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राहुल यादव यूपी के बुलंदशहर के रहने वाले हैं। उनके पिता जितेंद्र यादव सपा के एमएलसी हैं। जितेंद्र यादव पहले कांग्रेस में भी रहे हैं। राहुल यादव की शादी लालू यादव की बेटी रागिनी से 2012 में हुई है। उसके बाद से ही दोनों परिवारों में संबंध प्रगाढ़ है। रागिनी लालू यादव की चौथी बेटी है।
यूपी के सिकंदराबाद विधानसभा से चुनाव लड़ चुके हैं राहुल यादव
2017 में वह समाजवादी पार्टी से चुनाव भी लड़े हैं। अंग्रेजी बोलने की वजह से विरोधी उन्हें परदेशी भी कहते थे। 2017 के विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने इन्हें अपनी पार्टी से टिकट दिया था। हालांकि राहुल की सियासी पारी बहुत कामयाब नहीं रही है। वह यूपी के सिकंदराबाद सीट से चुनाव हार गए थे। यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान लालू यादव बाहर ही थे। अपने दामाद राहुल यादव को जिताने के लिए वह यूपी में प्रचार करने भी गए थे। लालू यादव के साथ तत्कालीन उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी गए थे। लेकिन राहुल बीजेपी उम्मीदवार से चुनाव हार गए थे।
हुल यादव के एमएलसी पिता जितेंद्र यादव भी बिहार चुनाव में वोट मांगने आए हुए थे। वह भी तेजस्वी के लिए वोट मांग रहे थे। लेकिन राहुल एक दम उनके साथ साए की तरह रहते थे। हेलीकॉप्टर से तेजस्वी के उतरने के बाद राहुल धीरे से मंच पर पहुंच जाते थे। हालांकि वह चुनावी रैलियों को संबोधित नहीं करते थे।
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