टीएमसी में नम्बर दो शुभेन्दु अधिकारी थाम सकते हैं बीजेपी का दामन, काफी समय से चल रहे हैं ममता से नाराज
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कोलकाता- जैसे जैसे बंगाल विधानसभा के चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं वैसे वैसे बंगाल पर भी राजनीति का रंग चढ़ता जा रहा है। बंगाल के दो दिन के दौरे से अमित शाह के लौटने के बाद ममता सरकार को बड़ा झटका लगने जा रहा है। ममता सरकार में नम्बर दो की हैसियत रखने वाले केबिनेट मंत्री शुभेन्दु अधिकारी ममता बनर्जी से नाराज चल रहे हैं। राज्य की राजनीति में चर्चा है कि वह जल्द ही बीजेपी का दामन थाम लेंगे। अगर ऐसा होता है तो यह ममता सरकार के लिए बड़ा झटका साबित होगा। बंगाल में शुभेन्दु अधिकारी को बड़े प्रभाव वाला नेता माना जाता है।
शुभेन्दु अधिकारी बगावत की राह पर
नंदीग्राम में एक अलग रैली कर बगावत का बिगुल फूंकने वाले शुभेन्दु अधिकारी गुरुवार को ममता की कैबिनेट बैठक में भी नहीं पहुंचे।
इसके साथ ही तीन और मंत्री राजीव बंद्योपाध्याय, गौतम देव और रवींद्रनाथ घोष भी बैठक में नहीं पहुंचे। यह भी खबर है कि शुभेन्दु अधिकारी के तीनों करीबी नेताओं की सुरक्षा भी हटा दी गई है। उधर बीजेपी शुभेन्दु को पार्टी जॉइन करने का पहले ही खुला ऑफर दे चुकी है। इससे अब ममता बनर्जी की मुश्किलें और बढ़ती नजर आ रही हैं।
शुभेन्दु ने नंदीग्राम अलग रैली की , लगाए ‘भारत माता की जय’ के नारे
शुभेन्दु की तरफ से बगावत की शुरूआत का पहला कदम नंदीग्राम में देखने को मिला, जब उन्होंने टीएमसी से अलग रैली कर ममता को खुली चुनौती दी। इस बैठक में न तो ममता का कोई पोस्टर था, वहीं रैली के आखिर में वह भारत माता की जय के नारे लगाते भी नजर आए। इससे संकेत मिलने लगे कि वह ममता से अलग होने के मूड में हैं। शुभेन्दु काफी वक्त से पार्टी में अपनी उपेक्षा से नाराज हैं। लेकिन पहली बार उन्होंने अपनी नाराजगी का सार्वजनिक तौर पर इजहार किया। पिछले एक महीने से शुभेन्दु की हर रैली में जो पोस्टर लगाए जा रहे हैं उनमें ममता बनर्जी और टीएमसी दोनों का ही नामोनिशान नजर नहीं आ रहा।
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दरअसल 5 नवम्बर के अमित शाह के दौरे के बाद बंगाल की राजनीति में गर्माहट आ गई है। बीजेपी की राज्य ईकाई ममता बनर्जी पर हमलावर है। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 नवम्बर को भाजपा मुख्यालय से कार्यकर्ताओं की हत्या को लेकर इशारों ही इशारों में ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधा है।
कौन हैं शुभेन्दु अधिकारी , कितना प्रभाव है बंगाल की राजनीति में
शुभेन्दु अधिकारी टीएमसी में ममता के बाद सबसे लोकप्रिय और कद्दावर नेता हैं। वह सीएम ममता बनर्जी के दाहिने हाथ माने जाते हैं। जिस नंदीग्राम आंदोलन से ममता बनर्जी को बंगाल की सत्ता मिली थी, उस आंदोलन का आर्किटेक्ट शुभेन्दु को माना जाता है। ममता बनर्जी के साथ शुरुआती दौर से ही जुड़े हैं। वह कैबिनेट मंत्री है। परिवहन, जल और सिंचाई मंत्रालय उनके पास हैं। दक्षिण बंगाल के इलाकों में इनका काफी प्रभाव माना जाता है। शुभेन्दु अधिकारी पश्चिम बंगाल में तृणमूल के लोकप्रिय चेहरे रहे हैं। उनका परिवार भी बंगाल की राजनीति में अच्छा खासा दखल रखता है। उनके भाई और पिता राजनीति में हैं और सांसद हैं। शुभेन्दु अधिकारी टीएमसी में नम्बर दो हैसियत रखते हैं लेकिन हाल फिलहाल में उनको कमजोर करके टीएमसी में ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी को बढ़ाया जा रहा है। जिससे शुभेन्दु अधिकारी खासे नाराज हैं।
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