पंजाबी किसानों को पीएम ने याद दिलाई गुरूनानक देवजी की वाणी
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नई दिल्ली – देव दीपावली के शुभ मौके पर प्रधानमंत्री मोदी आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर रहें। दीप प्रज्ज्वलन के बाद प्रधानमंत्री ने बनारस के लोगों को संबोधित किया। इस शुभ मौके पर प्रधानमंत्री ने गुरु नानक देव जी का जिक्र किया और उनके द्वारा दिए गए सीख के सहारे किसानों को जवाब भी दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हम रिफॉर्म्स की बात करते हैं, लेकिन समाज और व्यवस्था में रिफॉर्म्स के बहुत बड़े प्रतीक तो स्वयं गुरु नानक देव जी ही थे। हमने ये भी देखा है कि जब समाज, राष्ट्रहित में बदलाव होते हैं तो जाने-अनजाने विरोध के स्वर जरूर उठते हैं। लेकिन जब उन सुधारों की सार्थकता सामने आने लगती है तो सबकुछ ठीक हो जाता है। यही सीख हमें गुरुनानक देवजी के जीवन से मिलती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी सबको, पूरे विश्व को प्रकाश देने वाली है. पथ प्रदर्शन करने वाली है। हर युग में काशी के इस प्रकाश से किसी ने किसी महापुरुष की तपस्या जुड़ जाती है और काशी दुनिया को रास्ता दिखाती है। पीएम ने कहा कि काशी की ये भावना, देव दीपावली की परंपरा का ये पक्ष भावुक कर जाता है।
राजघाट से विरोधी दलों को पर साधा निशाना
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राजघाट से PM मोदी ने कहा कि 100 साल से भी पहले माता अन्नपूर्णा की जो मूर्ति काशी से चोरी हो गई थी, वो फिर वापस आ रही है। माता अन्नपूर्णा एक बार फिर अपने घर लौटकर वापस आ रही हैं। हमारे देवी देवताओं की ये प्राचीन मूर्तियां, हमारी आस्था के प्रतीक के साथ ही हमारी अमूल्य विरासत भी हैं। ये बात सही है कि इतना प्रयास अगर पहले किया गया होता, तो ऐसी कितनी ही मूर्तियां, देश को काफी पहले वापस मिल जातीं, लेकिन कुछ लोगों की सोच अलग रही है।
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विरोधी दलों पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे लिए विरासत का मतलब है देश की धरोहर, जबकि कुछ लोगों के लिए विरासत का मतलब होता है अपना परिवार और अपने परिवार का नाम। हमारे लिए विरासत का मतलब है हमारी संस्कृति, हमारी आस्था उनके लिए विरासत का मतलब है अपनी प्रतिमाएं, अपने परिवार की तस्वीरें।
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