किसान आंदोलन से ध्यान हटाने के लिए राष्ट्रवाद का खेल कर सकता हैं भारत, हो सकता हैं सर्जीकल स्ट्राइक – पाक मीडिया
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नई दिल्ली – भारत के आंतरिक मामलों पाकिस्तान मीडिया की दखल आम बात हैं लेकिन इस बार की दखलअंदाजी गंभीर हैं। दरअसल भारत में हो रहे किसान आंदोलन को हवा देने के लिए पाकिस्तान भी सीधे सीधे सामने आ रहा हैं। पाकिस्तान की जीयो न्यूज अखबार ने लिखा कि भारत आंतरिक समस्याओं से अवाम का ध्यान हटाने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक कर सकता हैं, राष्ट्रवाद के मुद्दों को हवा दे सकता हैं।
अखबार ने लिखा है कि अल्पसंख्यकों, किसान आंदोलन और कश्मीर को लेकर भारत पर बहुत ज्यादा दबाव है। भारत लद्दाख में भी चुनौतियों का सामना कर रहा है। बता दें कि पाकिस्तानी मीडिया में किसान आंदोलन को लेकर तरह तरह के बयान बाजी किए जा रहे हैं। इन्हीं में से एक पाकिस्तान के प्रमुख अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने लिखा है कि खुफिया एजेंसियों से संकेत मिले हैं कि दिल्ली में जारी किसान प्रदर्शनों से ध्यान हटाने के लिए भारत फिर कोई दुस्साहस कर सकता है। अखबार ने सेना के सूत्रों के हवाले से लिखा है कि सर्जिकल स्ट्राइक की आशंका से पाकिस्तान ने भारत से लगी सीमा पर सैनिकों को हाई अलर्ट कर दिया है।
ट्रिब्यून ने लिखा कि “भारत की हिंदुत्ववादी नरेंद्र मोदी सरकार देश में जारी विरोध-प्रदर्शनों को कमजोर करने के लिए कुछ भी कर सकती है। भारत ये भी नहीं चाहता है कि सिख किसानों के नेतृत्व में हो रहे आंदोलन से खालिस्तानी आंदोलन को हवा मिले।”
अखबार में आगे लिखा है कि कई विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि एलओसी (लाइन ऑफ कंट्रोल) और भारत-पाकिस्तान वर्किंग बाउंड्री पर पाकिस्तानी सैनिकों को हाई अलर्ट पर कर दिया गया है ताकि भारत के किसी भी दुस्साहस का जवाब दिया जा सके।
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सितंबर 2016 और फरवरी में 2019 में भारत द्वारा पाकिस्तान में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक को पाकिस्तान नकारता रहा हैं। अब पाकिस्तानी मीडिया में डर है कि कहीं भारत फिर से सर्जिकल स्ट्राइक न कर दें।
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