देशभर में सफल रहा किसान का चक्का जाम, टिकैत का ऐलान 2 अक्टूबर तक गाजीपुर बॉर्डर पर डटे रहेंगे
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नई दिल्ली- संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा देशभर में किए गए चक्का जाम का असर पूरे देश में देखने को मिला। पंजाब , हरियाणा , राजस्थान, कर्नाटक, महाराष्ट्र समेत सभी राष्ट्रीय राजमार्गों पर चक्का जाम का असर देखने को मिला। दिल्ली और बेंगलुरु में कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया। यूपी और उत्तराखंड चक्का जाम से लगभग अछूता रहा। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने पहले ही साफ कर दिया था कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड और दिल्ली चक्का जाम नहीं किया जाएगा। ऐहतियातन दिल्ली मेट्रो (Delhi Metro) के कुछ स्टेशनों के एंट्री और एग्जिट गेट बंद कर दिए गए।
2 अक्टूबर तक धरने पर बैठेंगे- टिकैत
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टिकैत ने चक्का जाम के बाद किसानों को संबोधित करते हुए कहा, ‘हमने कानून वापस लेने के लिए सरकार को 2 अक्टूबर तक का टाइम दिया। इसके बाद हम आगे की योजना बनाएंगे। या तो सरकार हमारी बात सुन ले, नहीं तो अगला आंदोलन ये होगा कि जिसका बच्चा फौज -पुलिस में होगा, उसका परिवार यहां रहेगा और उसका पिता उसकी तस्वीर लेकर यहां पर बैठेगा। कब तस्वीर लेकर आनी है, ये भी मैं बता दूंगा। सरकार के साथ हम किसी भी दबाव में बात नहीं करेंगे।’
टिकैत ने आगे कहा, ‘या तो सरकार बिल वापस ले ले, एमएमसपी पर कानून बना दे, नहीं तो ये आंदोलन जारी रहेगा और हम देश में यात्रा करेंगे। पूरे देश में आंदोलन होगा। हमारा गैर राजनीतिक आंदोलन पूरे देश में होगा। फिर में यह मत कहिएगा कि कैसा आंदोलन है।’
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सरकार पर निशाना साधता हुए टिकैत ने कहा, ‘तिरंगे को हम मानते हैं, हमारे बच्चों की शहादत होती तिरंगे में होती है, गांव में इसमें लिपटे आते हैं। तिरंगे का अपमान सहन नहीं होगा। इनको देश से लगाव नहीं है, व्यापारी से लगाव है। इनको किसान से लगाव नहीं है, उसके अनाज से लगाव है। इनको मिट्टी से लगाव नहीं हो, इनको अन्न से लगाव है। ये कील बोएंगे, हम अनाज बोएंगे।
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