कहीं आप तो नहीं हो रहे साइबर क्राइम के शिकार, जानिए क्या हैं साइबर अपराध और इसकी सजा
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नई दिल्ली/राकेश कुमार – आज हम 21वीं सदी में रहने वाले लोग हैं यहां तक पहुंचने के लिए इंसानों ने हर क्षेत्र में विकास किया है जिसमें अपराध भी शामिल है आज जहां इंसानों ने अपनी सुरक्षा में विकास किया है वही अपराध के नए तरीके भी खोज निकाले हैं जिसमें वह कंप्यूटर व इंटरनेट के माध्यम से इसे अंजाम दे रहे हैं और हम सब इसे साइबर अपराध के नाम से जानते हैं।
आज के समय में हैकिंग, क्रेडिट कार्ड फ्रॉड, फिशिंग सर्वर डाउन करना साइबर स्टॉकिंग, कॉपीराइट उल्लंघन, चाइल्ड पॉर्नोग्राफी, चाइल्ड ग्रूमिंग, की खबरें हमारे समाज में आम होती जा रही है।
टेक्नोलॉजी के विकास ने जहां एक तरफ लोगों की जीवन शैली को आसान किया है वहीं दूसरी तरफ लोगों को इससे खासा नुकसान भी पहुंचा है। फिर भी ना जाने क्यों समाज में हो रहे इतने बड़े अपराध पर लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं।
आज हम आपको साइबर अपराध के कुछ ऐसे तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके जरिए इन साइबर अपराधों को अंजाम दिया जाता है।
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1 हैकिंग(Hacking) = आज हम सभी एक डिजिटल दुनिया के वासी हैं जहां हम सभी तरीकों से डिजिटलीकरण की तरफ चल पड़े हैं इनमें हम अलग-अलग तरह के डिजिटल डिवाइसेज जैसे एंड्राइड मोबाइल ,टेबलेट आईफोन, वाइड एरिया नेटवर्क, प्राइवेट नेटवर्क, वीपीएन, वाईफाई का उपयोग करते हैं जो कि पूरी तरीके से सुरक्षित नहीं है। अपराधी इन्हीं कमजोरियों की पहचान कर हमारे जाने -अंजाने में ही हमारे अनुमति के आधार (Permission Allow) पर हमारे डाटा के साथ छेड़छाड़ कर इसे अंजाम देते हैं।
#plastic money card fraud = आज हमारे सामने डेबिट व क्रेडिट क्रेडिट कार्ड के फ्रॉड की खबरें भी आते रहतें है इन अपराधों में अपराधी यूजर का मोबाइल नंबर कार्ड नंबर सीवीवी और एक्सपायरी डेट जैसे डाटा कहीं से उड़ा लेते हैं और फिर उसे कॉल करते हैं खुद को बैंक का अधिकारी बताते हुए हमारे मोबाइल पर आए हुए ओटीपी को हासिल कर अकाउंट से पैसे गायब कर देते हैं।
इससे बचने के लिए हमें कुछ बातों का हमेशा ध्यान रखना चाहिए। इसके लिए हम जब भी ऑनलाइन पेमेंट करते हैं तो उस समय हमें सावधानी बरतनी चाहिए साथी हमेशा बैंक के संपर्क में रहना चाहिए। एटीएम से पैसे निकालते समय भी अपने कार्ड का खासा ध्यान रखना चाहिए,और सबसे जरूरी और अहम बात हमें खुद में ही जागरूक रहना चाहिए।
इनबातों का ध्यान रख हम इस तरीके के साइबर अपराध से बच सकते हैं।
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#फिशिंग= साइबर क्राइम का एक ऐसा तरीका जिसमें आपके द्वारा ईमेल और कंप्यूटर में खोली गई वेबसाइट का उपयोग करके आपके पर्सनल डिटेल की चोरी की जाती है अपराधी आपकी पर्सनल इनफॉरमेशन जैसे बैंकिंग पासवर्ड क्रेडिट कार्ड की जानकारी और डेबिट कार्ड के पासवर्ड इत्यादि को प्राप्त कर लेता है, और इस अपराध को अंजाम देता है।
#server down crime= इंटरनेट जिसके जरिए आप यह जानकारी पढ़ पा रहे हैं उसके पीछे कई तरह के सर्वर काम करते हैं तो सोचिए अगर यही सर्वर किसी वजह से काम करना बंद कर दे तो क्या होगा सीधी सी बात है आप इन इंसर्विसेज का उपयोग नहीं कर पाएंगे। और इसी तरह की परिस्थिति को हम सर्वर डाउन के रूप में जानते हैं।
#cyber stalking= आज के समय में हमारे समाज में साइबर स्टाकिंग की खबरें आती रहती है और इसका सबसे ज्यादा शिकार महिलाएं और बच्चे होते हैं इसमें ऑनलाइन माध्यम का उपयोग करके किसी को परेशान करने के लिए ईमेल और मैसेज भेजा जाता है उससे बाहर से नहीं बल्कि अमेरिका और ब्रिटेन जैसे बड़े देश भी पीड़ित है।
# cybersecurity – भारत सरकार ने साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में बहुत से प्रयास किए हैं जिससे कि इन अपराधियों को रोका जा सके भारत में सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 पारित किया गया है इसके प्रावधानों के साथ-साथ भारतीय दंड संहिता के प्रावधान भी जुड़े हैं इन धाराओं में 43 43a 66 66b 66c 72 72-74 साइबर धारा से संबंधित है।
सरकार द्वारा राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा नीति 2013 जारी की गई है जिसमें 2 वर्ष से लेकर उम्रकैद की सजा का प्रावधान है।इसके अलावा सरकार द्वारा सूचना सुरक्षा शिक्षा और जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
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