बिहार के समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने की इस्तीफे की पेशकश,कहा – जो काम मंत्रियों को करना हैं वो अफसर कर रहें है।
पटना – बिहार सरकार में समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने मंत्रालय में अफसरशाही होने का आरोप लगाते हुए इस्तीफे की पेशकश की हैं। मदन सहनी का कहना है कि उनके लिए यह उचित नहीं कि मंत्री पद पर रहते हुए हुए उनकी कोई सुने नहीं। मीडिया से बात करते हुए कहा कि जो ट्रांसफर-पोस्टिंग मंत्री स्तर पर होना चाहिए था, वो अफसर कर रहे हैं। अब इस अपमान के साथ मंत्री पद पर रहना उचित नही हैं।
सहनी ने कहा कि मेरा इस्तीफा तैयार है, देने जा रहा हूं। पटना में सिर्फ घर ले लेना और गाड़ी ले लेना मंत्री होना नहीं होता है। मैं नीतीश जी के साथ रहूंगा, लेकिन इस्तीफा दे रहा हूं।
समाज कल्याण मंत्री ने यहां तक कह दिया कि नीतीश सरकार में मंत्रियों की कोई पूछ नहीं है। अब मेरे पास इस्तीफे के अलावा कोई चारा नहीं है। विभाग के प्रधान सचिव अतुल कुमार पर मंत्री ने आरोप लगाते हुए अपनी व्यथा बताई है। कहा कि सरकार में अफसरशाही हावी हो गई है। चार साल से एक ही जगह जमे हैं, अब तक क्या किया, यह किसी को मालूम नहीं।
मंत्री मदन सहनी आज की तारीख में दूसरे ऐसे नेता हैं, जिन्होंने नीतीश सरकार को मुश्किल में डाल दिया है। इससे पहले आज BJP विधायक ज्ञानेन्द्र सिंह ज्ञानू ने कहा है कि मंत्रियों ने अफसरों और कर्मियों के तबादलों में जमकर घूस खाई है। उन्होंने कहा है कि जदयू के ज्यादातर मंत्रियों ने नीतीश कुमार के डर से पैसा नहीं लिया है, लेकिन भाजपा के मंत्रियों ने तबादलों के लिए जमकर पैसा लिया है।