नई दिल्ली – अगले दो – तीन दिनों में केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार (Union cabinet Expansion) होने की संभावना जताई जा रही हैं। यह विस्तार भाजपा के लिए बेहद अहम माना जा रहा हैं। इस फेरबदल से न केवल 2024 लोकसभा चुनाव बल्कि आने वाले पांच सालों में राज्यों के चुनाव को भी साधने की कोशिश होगी। बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी के दूसरे कार्यकाल का यह पहला कैबिनेट विस्तार होगा।
खबरों के मुताबिक इस विस्तार में ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम तय माना जा रहा हैं। कांग्रेस से बागी हुए सिंधिया ने मध्यप्रदेश कमलनाथ सरकार का तख्तापलट किया और भाजपा शामिल हुए थे। (Union cabinet Expansion) में इसके अलावा असम से भाजपा नेता सरबानंद सोनोवाल को मौका मिल सकता हैं। उन्होंने असम में भाजपा को जीत दिलाकर हेमंत बिस्वा सरमा को राज्य का मुख्यमंत्री बनाने की राह बनाई थी।
खबर यह भी हैं कि इस विस्तार (Union cabinet Expansion) में कई मौजूदा मंत्रियों को हटाया जा सकता है। अभी 9 मंत्रियों के पास एक से ज्यादा विभाग हैं। इनमें प्रकाश जावड़ेकर, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, नितिन गडकरी, डॉ. हर्षवर्धन, नरेंद्र सिंह तोमर, रविशंकर प्रसाद, स्मृति ईरानी और हरदीप सिंह पुरी शामिल हैं।
इन नामों पर चर्चा तेज
कैबिनेट विस्तार (Union cabinet Expansion) में जिन भाजपा नेताओं को मंत्री बनाया जा सकता हैं उनमें उत्तराखंड से अजय भट्ट या अनिल बलूनी। कर्नाटक से प्रताप सिन्हा, पश्चिम बंगाल से जगन्नाथ सरकार, शांतनु ठाकुर या निसिथ प्रामाणिक। हरियाणा से बृजेंद्र सिंह, राजस्थान से राहुल कासवान, ओडिशा से अश्विनी वैष्णव, महाराष्ट्र से पूनम महाजन या प्रीतम मुंडे या हिना गावित शामिल हैं। इस लिस्ट में दिल्ली से परवेश वर्मा या मीनाक्षी लेखी का नाम भी हो सकता है।
इसके अलावा बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, महाराष्ट्र के नेता नारायण राणे, बिहार भाजपा प्रभारी भूपेंद्र यादव। साथ ही उत्तर प्रदेश चुनाव के मद्देनजर वरूण गांधी, रामशंकर कठेरिया, अनिल जैन, रीता बहुगुणा जोशी, जफ़र इस्लाफ और अपना दल की अनुप्रिया पटेल भी कतार में हैं। वहीं लोक जनशक्ति पार्टी में टूट के कारण चिराग पासवान के नाम पर असमंजस बरकरार हैं।