दीपक बल्यूटिया- उत्तराखंड की राजनीति में उभरते नेता
नई दिल्ली- दीपक बल्यूटिया उत्तराखण्ड कांग्रेस के प्रवक्ता हैं और कुमाऊं क्षेत्र के मीडिया प्रभारी है। अपने तीन दशक के राजनैतिक करियर में दीपक बल्यूटिया ने जिला युवा कांग्रेस के सचिव से लेकर कुमाऊं क्षेत्र के मीडिया प्रभारी और उत्तराखंड राज्य कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता तक, एक साथ कई जिम्मेदारी निभाईं।
दीपक बल्यूटिया का जन्म उत्तराखंड के जिला नैनीताल के ग्राम बल्यूटी के एक मध्यमवर्गीय किसान परिवार में हुआ है। उन्होंने ने बैचलर ऑफ साइंस, बी.एड और एमबीए (एचआर) तक शिक्षा हासिल की है।
उन्होंने 1993 में नैनीताल से जिला युवा कांग्रेस के सचिव के रूप में राजनीति में पदार्पण किया और 1995 तक युवा कांग्रेस के जिला सचिव रहे। उनकी कार्यकुशलता से प्रभावित होकर कांग्रेस ने उन्हें 1999 में नैनीताल से जिला युवा कांग्रेस के अध्यक्ष के पद पर पदोन्नत कर दिया। दीपक बल्यूटिया ने अपने सामाजिक कार्यों से लोगों के दिलों में एक खास जगह बनाई। वो लगातार स्थानीय लोगों के जीवन स्तर में सुधार के लिए लगातार प्रयासरत रहे हैं। अपनी राजनैतिक जिम्मेदारी के साथ साथ वह सामाजिक जिम्मेदारी को भी बखूबी निभाते रहे हैं। 2007 तक दीपक बल्यूटिया नैनीताल जिले के यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर रहे और निरंतर पार्टी को आगे बढ़ाने का कार्य करते रहे।
दीपक बल्यूटिया 2007 से लेकर 2011 तक उत्तराखंड यूथ कांग्रेस के उपाध्यक्ष पर रहते हुए कांग्रेस पार्टी के विचारधारा को लगातार आगे बढ़ाते रहे उन्होंने 2010 से 2013 तक हल्द्वानी में पब्लिक स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष पद पर भी रहे हैं और उन्होंने 2006 से 2010 तक उत्तराखंड बी.एड. एसोशिएसन के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला।
वर्ष 2014 में बलूटिया ने 21 जुलाई 2021 तक उत्तराखंड राज्य कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता के पद नियुक्त किया गया। 22 जुलाई 2021 से वे कुमाऊं क्षेत्र के मीडिया प्रभारी और उत्तराखंड राज्य कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं और आगामी विधानसभा चुनावों में हल्द्वानी विधानसभा से प्रत्याशी के रूप में दावेदारी भी कर रहे हैं।
बल्यूटिया आम जनमानस के सरोकरों से जुड़े आंदोलनों का नेतृत्व करते रहे हैं। उन्होंने पानी बिजली के लिए और भाजपा सरकार के कुशासन के खिलाफ विभिन्न आंदोलनों का आयोजन एवं नेतृत्व किया है। दीपक बल्यूटिया ने सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ
तीन दिनों की भूख हड़ताल की और संघर्ष किया। वह जवाहर ज्योति दमुआढूंगा क्षेत्र लगभग 7000 परिवारों को उनके घरों का मालिकाना हक दिलाने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने यूकेपीसीसी/एआईसीसी द्वारा आयोजित विभिन्न स्तरों पर सभी कार्यक्रमों में सक्रिय भाग लिया। हल्द्वानी (वनभूलपुरा, राजपुरा, अंबेडकर नगर, गांधी नगर, गुसाई नगर, वल्ली जाली लौज आदि) के मलिन बस्तियों में लगभग 6078 परिवारों पुनर्वास और पुनर्वास के प्रावधानों के तहत अधिकारों की रक्षा के लिए जमीन से लेकर कोर्ट में भी लड़ाई लड़ रहे हैं।
कोरोना काल में श्री राहुल गांधी जी के आह्वान पर उन्होंने हल्द्वानी में जरूरतमंदों के लिए राशन की सहायता उपलब्ध कराई। उन्होंने कोरोनाकाल जैसी विकट परिस्थितियों में तीन हजार से अधिक परिवारों को राशन की सहायता उपलब्ध कराई। उनकी समाज के प्रति जिम्मेदारी भरी जागरूकता उन्हें अन्य राजनेताओं की श्रेणी में सबसे अलग खड़ा करती हैं।
इसके अतरिक्त दीपक बल्यूटिया ने राइट टू एजुकेशन के तहत आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से सम्बंध रखने वाले छात्रों के एडमीशन कैम्प का आयोजन भी किया है। 1) उन्होंने जरूरतमंदों के लिए कई मेडिकल कैम्पों का आयोजन किया है।2) उन्होंने सरकारी स्कूलों वेलफेयर को ध्यान में रखते हुए सरकारी स्कूलों को फर्नीचर भी दान में दिया है। 3) वह अपने स्कूल के माध्यम से गरीब तबके से ताल्लुक रखने वाले छात्रों को मुफ्त शिक्षा भी देते हैं। राजनीति से इतर दीपक बल्यूटिया एक सफल उद्यमी भी है। वह हल्द्वानी में विंटेज हाईस्ट्रीट मॉल के मालिक भी है इसके अलावा वह इस्प्रेशन कॉलेज ऑफ टीचर एजुकेशन एवं इस्प्रेशन स्कूल के डायरेक्टर भी हैं।नीति आयोग के तहत पंजीकृत भारत वर्चुअल युनिवर्सिटी द्वारा उन्हें डॉक्ट्रेट की मानद उपाधि भी दी गई है।