Thejantarmantar
Latest Hindi news , discuss, debate ,dissent

- Advertisement -

अपहृत एफसीआई अधिकारी सकुशल मुक्त, दो गिरफ्तार

0 104

Get real time updates directly on you device, subscribe now.

- Advertisement -

नोएडा। थाना सेक्टर-113 क्षेत्र के सेक्टर-73 स्थित आसरा एन्कलेव सोसायटी में रहने वाले एफसीआई के अधिकारी सहित दो लोगों को चार बदमाश नोएडा से अगवा करके राजस्थान ले गए। बदमाशों ने अधिकारी की पत्नी को फोन करके 40 लाख रुपए की फिरौती मांगी। अधिकारी की पत्नी ने 5.60 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिया। वहीं दूसरी तरफ मामले की निगरानी कर रही नोएडा पुलिस की विशेष टीम ने छापेमारी कर राजस्थान से अपहृतों को मुक्त करा तथा 2 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बदमाशों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन व कार हुण्डई वेन्यू कार बरामद किया है।
पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) हरीश चंदर ने बताया कि सेक्टर-73 के आसरा एन्कलेव सोसाइटी में रहने वाली महिला श्रीमती स्वप्निल सिंह ने रविवार को थाना सेक्टर-113 में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनके पति सुमित कुमार 8 जून को घर से यह कहकर निकले थे कि वह सेक्टर-24 स्थित फूड कारपोरेशन ऑफ इंडिया के ऑफिस जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह घर नहीं लौटे। 9 जून को महिला ने अपने पति को फोन किया तो उन्होंने फोन उठाया तथा कहा कि मैंने कुछ लोगों से 50 लाख रुपए लिए थे, उन्हीं लोगों के पास हूं, और मुझे ये लोग 40 लाख रुपए देने के लिए कह रहे हैं। यदि उनको पैसे नहीं दिए तो वह मुझे जान से मार देंगे।
उन्होंने बताया कि महिला की शिकायत पर घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही थी। एक सूचना के आधार पर पुलिस ने अपहृत सुमित और हर्ष उर्फ बलराम को बरामद कर इन को अगवा करने वाले अशोक और संदीप भंडारी को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि हर्ष उर्फ बलराम अपहृत सुमित को पहले से जानता है। हर्ष और सुमित ने आरोपियों को रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर झांसा दिया था, तथा उनसे 50 लाख रुपए ले लिए थे। आरोपियों की नौकरी नहीं लगी थी। इस बात से वे नाराज थे, तथा उन्होंने अगवा कर लिया था।
……………………………………………………………….

- Advertisement -

Leave A Reply

Your email address will not be published.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More