जनपद गौतमबुद्ध नगर में बाढ़ से जन-जीवन अस्त-व्यस्त
ग्रेटर नोएडा। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र समेत उत्तर भारत में हो रही लगातार बारिश और हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से लाखों क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद यमुना नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है। इसके चलते जनपद गौतमबुद्ध नगर में यमुना नदी का पानी बृहस्पतिवार को तटबंध तक पहुंच गया। कई जगह 6 से 12 फीट पानी आ गया है। जिसमें नोएडा से लेकर जेवर तक हजारों बीघा जमीन पर खड़ी फसल व सब्जी की खेती जलमग्न हो गई है। यमुना नदी के लगातार बढ़ रहे जलस्तर के मद्देनजर जिला प्रशासन ने एनडीआरएफ टीम को अलर्ट किया है। साथ ही अधिकारी जनपद के तीनों तहसील क्षेत्रों में टीम बनाकर लगातार भ्रमण कर रही हैं। बाढ़ नियंत्रण के लिए जिला प्रशासन ने 17 चौकियां बनाई है, जबकि सिंचाई विभाग की 2 चैकियां काम कर रही है।
यमुना नदी के पानी में डूब क्षेत्र में रहने वाले हजारों मजदूरों का यमुना का जलस्तर बढ़ने की वजह से आशियाना छिन गया है। बृहस्पतिवार सुबह को सेक्टर-151 के पास रहने वाले मजदूरों किसी तरह बाढ़ के पानी से बाहर निकल कर आए। मजदूर पुस्ता और सड़क किनारे पेड़ों की छांव में बैठे हैं। जिला प्रशासन यथासंभव उनकी मदद कर रहा है। मजदूरों का कहना है कि डूब क्षेत्र में सैकड़ों परिवार रहते हैं। इनमें से काफी परिवार डूब क्षेत्र में बने फार्म हाउसों में रहते हैं, तो कुछ खेतों में काम करते हैं। वहां पर उन्होंने अपना आशियाना बनाया हुआ है। मजदूरों ने बताया कि बुधवार रात 8 बजे से जलस्तर बढ़ना शुरू हुआ, तब पानी पुस्ते से काफी दूर था। किसी ने सोचा नहीं था कि पानी तेजी से बढ़ेगा।
यमुना नदी में आई बाढ़ के चलते नोएडा से लेकर जेवर तक डूब क्षेत्र में किसानों की हजारों बीघा जमीन में उगी फसल बर्बाद हो गई है। सब्जियां उगाने वाले किसानों को भी बड़ा नुकसान हुआ है। सैकड़ों बीघा जमीन पर ऊगे टमाटर, भिंडी, बैगन, तोरी, घिया सहित विभिन्न सब्जियों की फसलें बर्बाद हो गई है। किसानों को अनुसार उन्होंने लाखों रुपए खर्च करके सब्जी की खेती की थी, लेकिन बाढ़ ने उन्हें बर्बाद कर दिया है। किसानों ने जिला प्रशासन से मुआवजे की मांग की है। यमुना नदी में आई भयंकर बाढ़ के चलते एक्सप्रेसवे थाना क्षेत्र के छपरौली व मंगरौली गांव की दो गौशालाओं में बाढ़ का पानीघुस गया। इससे यहां रहने वाली गायें व बछड़े पानी में डूबने लगे। इसकी सूचना पर अग्निशमन विभाग की टीम मौके पर पहुंची तथा रेस्क्यू अभियान चलाया। यहां फंसी करीब स 350 गायों को अग्निशमन विभाग ने रेस्क्यू करके बाहर निकाला।
डीएम मनीष कुमार वर्मा ने स्वयं बाढ़ प्रभावित गांवों में पहुंचकर स्थिति का जायजा लेने के बाद संबंधित अधिकारियों को स्थिति पर पैनी नजर रखने के निर्देश दिए। डीएम ने बताया कि अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व को बाढ़ जैसी आपदा से जन समान को बचाने के लिए निर्देशित किया गया है। उन्होंने कहा कि लगातार वर्षा होने से नदियों का जलस्तर बढ़ा है। ऐसी स्थिति को देखते हुए गौतमबुद्ध नगर में बाढ़ कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। जिसका फोन नंबर 0120-2974274 है। उन्होंने बताया कि आपदा लिपिक का मोबाइल नंबर 98113 63725 है। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त सहायता के लिए उप जिलाधिकारी दादरी 9927760215, उप जिलाधिकारी सदर 8299138374, उप जिलाधिकारी जेवर 9773901899 उपलब्ध है। उन्होंने क्षेत्रवासियों से अनुरोध किया कि वे घबराएं नहीं। बाढ़ की स्थिति में सहायता के लिए अधिकारियों से संपर्क करें।