महराष्ट में सुलगी आरक्षण की आग, नगर परिषद और विधायक का घर फूँका
मुंबई- महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन (Maratha Reservation) ने हिंसक रूप ले लिया है। आंदोलन के समर्थन में लोग सत्ता पक्ष और विपक्षी नेताओं पर हमलावर हो रहे हैं। सोमवार को बीड जिले में आंदोलनकारियों की भीड़ ने अजित पवार गुट के विधायक प्रकाश सोलंके के घर में आग लगा दी। इसके बाद भीड़ सीधे मजलगांव म्युनिसिपल काउंसिल पहुंच गई। उसी भीड़ ने नगर परिषद में आग लगा दी। फिलहाल इमारत में भीषण आग लगी हुई है। इलाके में धुआं भी दिखाई दे रहा है। इसके अलावा गंगापुर में बीजेपी विधायक प्रशांत बम्ब के दफ्तर में तोड़फोड़ की गई है।
क्यों जल रहा है महाराष्ट्र
दरअसल मराठा आरक्षण की मांग बहुत पुरानी है। विभिन्न सरकारे इस मुद्दे पर लगातार टाल-मटोल करती रही हैं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सार्वजनिक तौर पर मनोज जरांगे से वादा किया था कि एक समिति बनाकर एक महीने के भीतर सरकार मराठा समाज को कुनबी आरक्षण का लाभ देगी। सरकार के इस आश्वासन के बाद जरांगे ने सरकार को 30 के बजाय 40 दिन वक्त दिया था। लेकिन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनकी सरकार अपना वादा पूरा करने में विफल रही। इसके बाद 25 अक्टूबर से मनोज जरांगे वापस आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। इधर सरकार ने जो समिति बनाई थी, उसे और दो महीने का टाइम बढ़ा कर दे दिया है।
सरकार के लिए है बड़ा सिरदर्द , कई युवक कर चुके हैं आतमहत्या
मराठा आरक्षण का आंदोलन इस बार सरकार के लिए बड़ा सिर दर्द साबित हो रहा है। आंदोलनकारी नेता मनोज जरांगे की मांग पर इस बार राज्यभर में गांव-गांव में अनशन शुरू हो गया है। नेताओं को गांव में घुसने नहीं दिया जा रहा है। उनके कार्यक्रम रद्द किए जा रहे हैं। मराठा समाज की इस भूमिका के बाद नेताओं के लिए अपने चुनाव क्षेत्र में घूमना भी मुश्किल हो गया है। दूसरी तरफ पिछले एक महीने में तीन मराठा युवकों ने मराठा आरक्षण की मांग को लेकर आत्महत्या कर ली है।