Bihar Floor Test: जेडीयू में टूट का डर, लंच में नहीं पहुंचे 5 विधायक; विश्वास मत से पहले हो गया खेला!
जेडीयू के भोज में नहीं पहुंचे 5 विधायक
Bihar Politics Floor Test News: बिहार में फ्लोर टेस्ट से पहले सियासी हलचल तेज हो गई है. हर पार्टी विधायकों को एकजुट रखकर एकजुटता दिखाने की कोशिश कर रही है और इसी कोशिश में सबसे ज्यादा हलचल राजद खेमे में है. तेजस्वी यादव ने फ्लोर टेस्ट की रणनीति पर चर्चा के लिए पहले अपने आवास पर विधायकों की बैठक बुलाई और फिर अचानक विधायकों को वहीं रुकने का निर्देश दिया.
तेजस्वी के आवास पर चर्चा के लिए गए विधायकों को वहीं रुकना पड़ा. कुछ देर बाद विधायकों का सामान तेजस्वी यादव के आवास पर पहुंचा दिया गया. विधायकों पर नजर रखने के इस तरीके से कई राजनीतिक सवाल भी उठ रहे हैं.
बीजेपी विधायकों को ट्रेनिंग दे रही है
वहीं, नीतीश कुमार और बीजेपी आगे की रणनीति पर भी मंथन कर रहे हैं. पहले सभी विधायकों को पटना बुलाया और फिर विधायकों को मंत्री श्रवण कुमार के आवास पर लंच के लिए बुलाया. उधर, बीजेपी ने सभी विधायकों को दो दिवसीय ट्रेनिंग के लिए बोधगया बुलाया है और 11 फरवरी तक विधायकों को यहीं रखने का फैसला किया है.
ऐसे में राज्य में सियासी घमासान के बीच सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या सरकार को फ्लोर टेस्ट में किसी तरह की गड़बड़ी का डर है? बीजेपी और जेडीयू दोनों सब कुछ ठीक होने का दावा कर रहे हैं लेकिन मंत्री पद को लेकर नाराजगी जता चुके जीतन राम मांझी को लेकर अब भी सवाल उठ रहे हैं. इन्हीं सवालों के बीच जब अचानक सीपीआईएमएल विधायक महबूब आलम जीतनराम मांझी के आवास पहुंचे तो अटकलें तेज हो गईं.
वामपंथी विधायक ने की मांझी से मुलाकात
मांझी से मिलने पहुंचे सीपीआई (एमएल) विधायक महबूब आलम से जब मीडिया ने सवाल पूछा तो उन्होंने कहा, ‘कोई राजनीतिक बात नहीं हुई, काफी दिनों से हमारी उनसे बात नहीं हुई है. हम उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेने आये थे. वह अब ठीक हो रहे हैं. यह जानकर हमें ख़ुशी हुई. वह स्वस्थ है, तंदुरुस्त है और अच्छा खेलेगा, मांझी जी।’
ऐसे में सवाल उठने लगा है कि क्या.मांझी की नाराजगी का फायदा उठाकर राजद बिहार में वापसी की तैयारी में है…वहीं, जदयू खेमे से आ रही खबरें भी कई तरह की अटकलें लगा रही हैं.
जेडीयू की बैठक में पांच विधायक शामिल नहीं हुए
दरअसल, मंत्री श्रवण कुमार द्वारा आयोजित लंच पार्टी में पांच विधायक शामिल नहीं हुए. विधायक बीमा भारती और सुदर्शन की अनुपस्थिति के अलग-अलग कारण बताये जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि बीमा भारती लेसी सिंह को दोबारा मंत्री पद मिलने की संभावनाओं से नाराज हैं. सुदर्शन मंत्री अशोक चौधरी से नाखुश हैं, इसके अलावा शालिनी मिश्रा, दिलीप राय और संजीव सिंह भी पटना में मौजूद नहीं रहने के कारण लंच में शामिल नहीं हुए. हालांकि कहा जा रहा है कि जेडीयू के वरिष्ठ नेताओं ने लंच में शामिल नहीं होने वाले विधायकों से बात की है.
स्पीकर पर भी फंसा पेंच
फ्लोर टेस्ट से पहले हर पार्टी की अपनी-अपनी तैयारी है, लेकिन स्पीकर अवध बिहारी चौधरी को लेकर मामला अभी भी फंसा हुआ है, क्योंकि उन्होंने 21 फरवरी से पहले अपने पद से इस्तीफा देने से साफ इनकार कर दिया है. राजद नेता तेजस्वी यादव पहले ही दावा कर चुके हैं कि बिहार में अभी बहुत कुछ बाकी है. ऐसे में क्या वे फिर किसी उथल-पुथल की तैयारी में हैं?