नेपाल में बारिस से बिहार की नदियां उफान में, गंडक और कोसी खतरे के निशान से ऊपर, 54 प्रखंड प्रभावित, बांध और NH पर गुजर रही लाखों जिंदगी
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मुजफ्फरपुर – बिहार में इन दिनों बाढ़ को लेकर चिंता गहरा गई हैं। कोसी, बूढ़ी गंडक, बागमती, कमला, सहित नौ नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा हैं। जानकारी के मुताबिक नेपाल में मुसलाधार बारिस ने कोसी और गडकी नदी को उफान में ला दिया हैं, इसके किनारे बसे लोग उंचे बांध और नेशनल हाइवे पर गुजर – बसर करने पर मजबूर हैं।
गंडक के वाल्मीकिनगर बराज और कोसी के वीरपुर बराज पर जलस्राव काफी बढ़ गया है। यहां महज 8 घंटे में ही 50 हजार क्यूसेक पानी बढ़ गया। उधर, सोन के इन्द्रपुरी बराज पर भी पानी जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। कोसी के वीरपुर बराज पर 1.20 लाख क्यूसेक पानी था, गुरुवार देर रात तक यह 1.67 लाख क्यूसेक पर पहुंच गया। गंडक के वाल्मीकिनगर बराज पर सुबह 2.12 लाख क्यूसेक पानी था जो शाम में 2.70 लाख क्यूसेक हो गया।
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वहीं, प्रदेश की नौ प्रमुख नदियां अब भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। कोसी सहरसा, सुपौल, खगड़िया में, गंडक गोपालगंज में, बागमती मुजफ्फरपुर व दरभंगा में तो बूढ़ी गंडक मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर और पूर्वी चंपारण में लाल निशान के ऊपर है।
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कमला-बलान मधुबनी में, अधवारा सीतामढ़ी में, खिरोई दरभंगा में, लखनदेई सीतामढ़ी में, परमान अररिया व पूर्णिया में खतरे के निशान से ऊपर है। उधर, घाघरा और महानंदा नदी का जलस्तर भी फिर से बढ़ने लगा है। सीवान व सारण में घाघरा का जबकि किशनगंज में महानंदा का जलस्तर बढ़ रहा है।
बीते दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी हेलिकॉप्टर से बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया हैं। मुख्यमंत्री ने अश्वासन दिया कि इससे प्रभावित लोगों को जल्दी ही सहायता देने का काम किया जाएगा।
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