लोकतंत्र की बात करने वालों को गोली मारो, वरिष्ठ पत्रकार हसन निसार के बयान पर मचा बवाल
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नई दिल्ली – पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार हसन निसार ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि तानाशाही ही पाकिस्तान की हर समस्या का समाधान है। पत्रकार हसन निसार का मानना है कि देश में 15 साल के लिए एक निरंकुशवादी सरकार होनी चाहिए। निसार ने कहा कि जो भी व्यक्ति लोकतंत्र का नाम ले उसे गोली मार देनी चाहिए औऱ गोली के पैसे भी उसके घरवालों से वसूलना चाहिए।
वरिष्ठ पत्रकार व राजनीतिक विश्लेषक हसन निसार ने टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि कोई डेमोक्रेसी का नाम ले उसे फायरिंग स्क्वाड के आगे लाओ और गोलियों का, .. गन का घिसाई का खर्च भी उसके परिवार वालों से वसूल करो। निसार ने कहा कि प्रारंभिक शिक्षा से लेकर जनसंख्या नियंत्रण तक तानाशाही ही समस्या को ठीक कर सकता है।
टीवी एंकर ने जब निसार से पुछा कि आप देश में तानाशाही थोपने की बात कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि मै कहता हूँ कि इसके (तानाशाही) अलावा कोई चारा ही नहीं। वरना तबाही अपनी सीमाओं को पार कर जाएगी।
हसन निसार के बयान आते ही पाकिस्तान में लोग भड़क उठे। कई लोग उनकी आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें बैन किया जाना चाहिए। लोग सोशल मीडिया पर उनके बयान का क्लिप पोस्ट करते हुए उन पर निशाना साध रहे है।
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Pakistan needs uninterrupted 15 years of fascism, anyone mentioning democracy should be dealt by a firing squad and his family should pay for the bullets fired on him, it’s our moral job to try & give Imran Khan 15 years uninterrupted: Hassan Nisar pic.twitter.com/pYjyz4tXEQ
— Murtaza Ali Shah (@MurtazaViews) January 2, 2022
महिला अधिकारों के लिए काम करने वाली निदा किरमानी ने ट्वीट के जरिए इमरान सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा कि हसन निसार ने देश में लोकतंत्र को समर्थन करने वालों को गोली मारने और गोली का भुगतान भी उनके परिजनों से करने की बात कही है।… बहुत अच्छा..दूसरी तरफ अली वजीर ने केवल अपने एक भाषण में देश की नीतियों की आलोचना की थी और एक साल से अधिक समय से जेल में है।
Hassan Nisar calls for people who support democracy to be placed in front of a firing squad & for their loved ones to pay for the bullets, & that is perfectly ok. Meanwhile, Ali Wazir was critical of the state's policies in one of his speeches & has been in jail for over a year.
— Nida Kirmani (@NidaKirmani) January 3, 2022
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