फिल्म न मिलने से परेशान स्वरा भास्कर, सोशल मीडिया पर लिख रही है उल्टा
फिल्मी करियर में कुछ खास हासिल करने में विफल रही स्वरा भास्कर एक्स पोस्ट कर चर्चा में बने रहना चाहती हैं। इसलिए उनके कई पोस्ट बेमतलव ज्ञान वाले होते हैं।
मुम्बई- कंगना रनौत की तरह ही अपने फ़िल्मी करियर के साथ – साथ देश के मुद्दों पर हमेशा कोई ना कोई टिप्पणी करने वाली स्वरा भास्कर ने हाल ही में एक ट्वीट एक्स ऐप पर कर चर्चे में बनी हुई हैं। बकरीद के खास मौके पर स्वरा ने एक फूड व्लॉगर के पोस्ट पर को शेयर कर ट्वीट किया। उस फ़ूड ब्लॉगर ने अपने पोस्ट में अपनी खाने की प्लेट शेयर करते हुए लिखा था, ‘मुझे शाकाहारी होने पर गर्व है। मेरी प्लेट आंसूओं, क्रूरता और पाप से फ्री है’ फूड व्लॉगर के इस पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए स्वरा ने सभी शाकाहारियों का अपना निशाना बनाया
स्वरा भास्कर ने दिया ज्ञान
स्वरा भास्कर ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा सच कहूं तो…मुझे शाकाहारी लोगों की एक बात पल्ले नहीं पड़ती. आप लोगों की सारी डाइट गाय के (बच्चे) बछड़ों को उनकी मां के दूध से दूर करके, गायों को जबरन गर्भवती कराकर, फिर उन्हें उनके बच्चों से अलग करने और उनका दूध चुराने से बनता है. आप जड़ वाली सब्जी खाते हैं? इसमें भी तो पूरे पौधे की हत्या ही होती है! जरा शांति बरतिए, अब बकरीद है तो सिर्फ इसलिए ऐसी बातें मत कीजिए!’ शाकाहारियों पर तंज करने के बाद स्वरा ने दिल्ली में जैनियों के एक समूह पर भी कटाक्ष किया, जिन्होंने बकरीद के दिन पर बकरियों को बलि होने से बचाने के लिए इस जैन समुदाय के कुछ लोगो ने 15 लाख रुपए इकट्ठा किए और पुरानी दिल्ली के बाजारों में उन्होंने 124 बकरियां खरीदीं, जिन्हें अब चांदनी चौक के प्रसिद्ध मंदिर में रखा गया है। और ये काम उन्होंने मुसलमानों का वेश धारण कर किया ।
स्वरा भास्कर ने अपनी पोस्ट में पूछा की बचाए जाने के बाद उन बकरियों का क्या हुआ? स्वरा ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, ‘मुझे उम्मीद है कि बकरियों को ‘बचावकर्ताओं’ ने अपना लिया होगा और उनके साथ पालतू जानवरों की तरह प्यार से पेश आ रहे होंगे। बचाव करना है तो आगे की जिम्मेदारी भी लो!’इतना ही नहीं, स्वरा ने एक ट्वीट भी रीशेयर किया जिसमें कहा गया था कि बकरीद पर जैन लोगों का मुस्लिमों की तरह कपड़े पहनना ‘धर्म कम, इस्लामोफोबिया अधिक’ लगता है।
इन्टरनेट यूजर्स ने दिया करारा जवाब